क्यों अपनी मौन व्यथा नहीं कहते ये आँसू? जानिए आँसुओं के अनमोल मूल्य की कहानी।Kavitaon_ki_yatra
अनमोल मोती: क्यों अपनी मौन व्यथा नहीं कहते ये आँसू Ek ladki ki ansoo bahati hui close-up photo, Meta Al se nirmit परिचय:-अनगिनत ध्वनियों में सुप्त व्यथा की सिसकी अनगिनत ध्वनियों के बीच सुप्त व्यथा की सिसकी संभवतः सुनाई ही नहीं देती है, क्योंकि अनगिनत ध्वनियों के बीच इन्हें सुन पाना संभव ही नहीं होता। आखिर क्यों अपनी मौन व्यथा नहीं कह पाते ये आँसू? इन आँसूओं का अपनी सुप्त यानी मौन व्यथा का प्रदर्शन न करना, इस बात का कहीं संकेतक तो नहीं कि इन्होंने सागर की भांति अपने अंतस में अपनी मौन व्यथा को संचय करना स्वीकार लिया। Shriramayanamritam part-7 अपनी मार्मिक पंक्तियों में इसी सुप्त व्यथा और संचित मौन का रहस्य खोलने का प्रयास मैंने किया है। । यह कविता छंद की दृष्टि से 'विधाता छंद' का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो इसकी प्रवाहमयता और लय को बढ़ा देता है। मेरी इन स्वरचित मार्मिक पंक्तियों में मैंने इनका सच्चा और अनमो...